Saturday, December 11, 2010

समाजसेवा कर अकूत धन के मालिक बन गए ये नेता!




राजनीतिज्ञ जेम्स एम.उनरूह कहते थे कि पैसा पॉलिटिक्स के लिए मां का दूध है। सो कोई हैरानी नहीं कि राजनेताओं को पैसा घुट्टी में ही मिला होता है। शायद इसीलिए दुनियाभर में नेताओं के पास अकूत धन है।कुछ को यह विरासत में भी मिला है, कुछ ने निवेश और उद्यम के ज़रिए कमाया है, तो बहुत सारे लोग ‘समाजसेवा’ करके भी करोड़पति बन गए हैं। शायद इसीलिए कोई हैरानी नहीं कि भ्रष्टाचार के आरोपों में डूबे और ‘मिस्टर टेन परसेंट’ कहे जाने वाले पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ़ अली ज़रदारी ब्रिटेन की महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय से भी ज्यादा अमीर हो गए हैं।
भूमिबल अतुल्यतेज-थाईलैंड के राजा भूमिबल अतुल्यतेज 14 खरब 27 अरब रु. की अकूत दौलत के साथ नंबर वन हैं। सबसे अमीर होने के साथ ही 82 वर्षीय भूमिबल सबसे ज्यादा समय तक राज कर रहे शासक भी हैं। उनके भंडार में बड़ी-बड़ी ज़मीन और प्रॉपर्टी शामिल हैं। वैसे, थाई सरकार का कहना है कि इनमें से ज्यादातर उनकी निजी दौलत का हिस्सा नहीं हैं।
ब्रुनेई के सुल्तान-दौलत की बात करें, तो दूसरे नंबर पर ब्रुनेई के सुल्तान हैं, जिनके पास तेल और प्राकृतिक गैस का अपार भंडार है। 963 अरब 32 करोड़ रुपयों के बराबर दौलतमंद सुल्तान उसी हिसाब से ख़र्च भी करते हैं। उन्हें शाही कारों का बेहद शौक़ है। 1996 में अपने 50वें बर्थडे पर उन्होंने माइकल जैक्सन को परफॉर्म करने बुलाया था। अब यह न पूछिएगा कि कितने करोड़ रुपए देकर!
ख़लीफ़ा बिन ज़ाएद अल नहिआन-सूची में संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति ख़लीफ़ा बिन ज़ाएद अल नहिआन 856 अरब 28 करोड़ रुपए के फॉच्यरून के साथ तीसरे स्थान पर हैं। वे यूएई की राजधानी अबू धाबी के शासक भी हैं। पश्चिमी आधुनिकता के हिमायती शेख़ ने अबू धाबी को कल्चरल हब बनाने के लिए हाल ही में काफ़ी ख़र्च किया है।
किंग अब्दुल्लाह-चौथे नंबर के सबसे अमीर शासनाध्यक्ष सऊदी अरब के किंग अब्दुल्लाह की 820 अरब 60 करोड़ की संपदा के पीछे तेल के विशाल भंडार ही हैं। सऊदी किंग की शान इतनी निराली है कि वे किंग अब्दुल्लाह इकोनॉमिक सिटी नाम से एक नगर बसा रहे हैं।
सिल्वियो बर्लुस्कोनी-इस सूची में इटली के प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी (नंबर पांच) भी हैं, जो टीवी स्टेशंस, पत्रिका और एसी मिलान फुटबॉल क्लब के मालिकाना हक़ की बदौलत 428 अरब 14 करोड़ रुपए की क़ीमत रखते हैं। आलोचकों का आरोप है कि उन्होंने अपनी राजनीतिक पहुंच को इस्तेमाल कर दौलत बढ़ाई है। जो भी हो, बलरुस्कोनी वे शासनाध्यक्ष हैं, जिन्हें जनता ने चुना है। वैसे, इस सूची में जो भी निर्वाचित शासक हैं, लगभग सभी पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं।
हैंस-एडम सेकंड-छठे स्थान पर लीश्टेंस्टीन के राजकुमार हैंस-एडम सेकंड हैं, जिन्हें 178 अरब रुपयों की संपदा विरासत में मिली है। उनकी ज्यादातार आय एलजीटी बैंक के स्वामित्व से है, जबकि उनके पास ऑस्ट्रिया में महल और ज़मीनें भी हैं। उनके बाद हैं क़तर के राष्ट्र प्रमुख, जो अमीर कहलाते हैं। क़तर में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा प्राकृतिक गैस भंडार है, सो शेख़ हमद बिन ख़लीफ़ा अल थानी महंगी कलाकृतियां ख़रीदते हुए या घोड़ों और ऊंटों की रेस में अपना समय बिताते हैं। उन्होंने 1996 में अल जज़ीरा चैनल की स्थापना के लिए 6 अरब 17 करोड़ रु. का लोन दिया था।
आसिफ़ अली ज़रदारी-ज़रदारी की परिसंपत्तियां 85 अरब 62 करोड़ रुपयों की मानी जाती हैं। वहां के नेशनल एकाउंटेबिलिटी ब्यूरो का आरोप है कि उनकी 67 अरब रुपयों से ज्यादा की परिसंपत्तियां विदेशों में हैं। 20 सबसे अमीर नेताओं/शासनाध्यक्षों की सूची में ज़रदारी आठवें नंबर पर आते हैं।
नवें नंबर पर चिली के राष्ट्रपति सैबेस्टियन पिनेरा लगभग 50 अरब के मालिक हैं। 12वें नंबर पर इक्वाटोरियन गिनी के प्रेसिडेंट टेवडोरो ओबियांग मसोगो 28 अरब 54 करोड़ की राशि और प्रॉपर्टी रखते हैं। उन्होंने 2003 में सरकारी खजाने से आधा अरब डॉलर (यानी आज के 22 अरब 55 करोड़ रुपए) निकाले और अपने निजी पारिवारिक ख़ातों में डाल दिए। और उन्होंने यह सब किया ‘भ्रष्टाचार से लड़ने’ के लिए!
महारानी एलिज़ाबेथ-ब्रिटिश संसद द्वारा अपऩे खर्चो में कटौती से परेशान महारानी एलिज़ाबेथ अभी भी 21 अरब 40 करोड़ रुपयों के बराबर की प्रॉपर्टी रखती हैं। दौलतमंद शासनाध्यक्षों की सूची में तेरहवें नंबर पर जमी क्वीन मदर कई घरों, बिज़नेस से मिलने वाले मुनाफ़े, घोड़ों, आर्ट कलेक्शन और गहने-जेवरात की मालकिन हैं। हालांकि उनकी संपत्तियों में रॉयल आर्ट कलेक्शन और विंडसर पैलेस जैसी सरकार अधिगृहीत प्रॉपर्टी को नहीं गिना गया है।सूची में 17वें नंबर पर ऑस्ट्रेलिया के अब पूर्व हो चुके प्रधानमंत्री केविन रूड रहे, जिनके पास 292 करोड़ रु. के बराबर परिसंपत्तियां हैं। हालांकि उनकी ज़्यादातर दौलत एंत्रेप्रेन्योर पत्नी टेरेस रीन की बदौलत है।बहरहाल, मुंह में चांदी का चम्मच लेकर पैदा होने वाले राजपरिवार के सदस्य ही हैं। इनमें मोनाको के प्रिंस अल्बर्ट (49 अरब 95 करोड़ रु.) नवें स्थान पर चिली के राष्ट्रपति के साथ हैं। 11वें स्थान पर ओमान के सुल्तान क़ैबूस (33 अरब 53 करोड़ रु.)14वें नंबर पर कुवैत के अमीर शेख़ सबाह (19 अरब 26 करोड़) और 15वें नंबर पर क्वीन बीट्रिक्स ऑफ नीदरलैंड (963 करोड़ रु.) हैं।

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