लंदन। दुनियाभर के लोग अस्वस्थकर जीवन शैली के कारण भविष्य में होने वाली बीमारी के भय के बावजूद अपनी आदतें नहीं बदलते। वे व्यायाम न करने की आदत, धूम्रपान और शराब का सेवन जारी रखते हैं। यह दावा एक नए शोध में किया गया है। यह सर्वेक्षण 12 देशों के 12 हजार लोगों पर किया गया। इनमें आधे से ज्यादा लोगों ने माना कि वे हफ्ते में एक बार एक घंटा या इससे भी कम व्यायाम करते हैं। इनमें 70 प्रतिशत ने माना कि वे शराब पीते हैं और हर तीसरा शख्स धूमपान करता है। ब्रिटेन में सर्वाधिक 84 प्रतिशत लोग शराब और मास्को में 43 प्रतिशत धूमपान करते हैं।
बूपा हेल्थ पल्स सर्वे के मुताबिक हर पांच में चार यानी 80 प्रतिशत अपनी इस अस्वस्थकर जीवनशैली के कारण होने वाली बीमारी को लेकर चिंतित रहते हैं। बूपा इंटरनेशनल की मेडिकल निदेशक स्नेह खेमका ने कहा, 'अनियमित दिनचर्या और खराब जीवनशैली के कारण समाज में बीमारी की जागरूकता होने के बावजूद लोग इसके खतरों से बचने के लिए कोई खास प्रयास नहीं करते।'बूपा ने सर्वेक्षण के लिए लंदन स्कूल ऑफ इकोनामिक्स [एलएसई] के शोधकर्ताओं की रिपोर्ट की भी मदद ली। यह सर्वेक्षण ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इटली, मेक्सिको, रूस, स्पेन और अमेरिका में किया गया। प्रतिभागियों से बीमारी के खतरे के बारे में पूछने पर एक तिहाई ने कैंसर जबकि 11 प्रतिशत ने हृदय रोग और आठ प्रतिशत ने डायबिटीज होने की आशंका जताई। उल्लेखनीय है यूरोप और अमेरिका जैसे विकसित देशों में सर्वाधिक मौतें दिल की बीमारियों से होती है। एलएसई के वरिष्ठ शोधकर्ता जूलियन फार्डर ने कहा, 'खराब जीवनशैली के कारण होने वाली बीमारियों से बचने का सबसे प्रभावशाली तरीका व्यायाम है। इससे हृदय रोग और डायबिटिज जैसी खतरनाक बीमारियों पर काबू पाया जा सकता है।'
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