उम्र के अंतिम पड़ाव को कामेच्छा से मुक्त माना जाता है लेकिन ऑस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं ने एक बड़ा खुलासा किया है। उनका कहना है कि उम्र के 75 वें साल में व्यक्ति की काम की इच्छा एक बार फिर सक्रिय हो जाती है। लेकिन बीमारी और मौका नहीं मिलने के कारण वे अपनी इच्छा शक्ति को दबा देते हैं।शोधकर्ताओं का कहना है कि पुरुष में पाया जाने वाला हार्मोन टेस्टोस्टेरोन का सीधा संबंध उम्र के 75 वें साल से है। इस उम्र में यह हार्मोन एक बार फिर से सक्रिय हो जाता है और लोग एक बार फिर खुद को सेक्स के लिए सक्रिय महसूस करने लगते हैं। इसलिए उम्र के इस दौर में डॉक्टर इन लोगों को हार्मोन रिप्लेसमेंट थैरेपी की सलाह देते हैं। इससे वे अपनी इच्छा को नियंत्रित रख पाते हैं।
पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ता झो हाइड 75-95 उम्र के लगभग 2700 से अधिक पुरुषों पर शोध कर इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं। उन्होंने इन लोगों से हेल्थ, रिलेशनशिप और सेक्स एक्टिविटी के बारे में कई प्रश्न पूछे।
इस शोध में बहुत कम लोगों ने बताया कि वे यौन क्रिया के लिए सक्रिय महसूस नहीं करते। वहीं 5 में एक व्यक्ति ने कहा कि वे खुद को यौन क्रिया के लिए सक्रिय महसूस करते हैं।इन लोगों में 40% से अधिक लोगों ने बताया कि वे बार बार यौन संबंध बनाना चाहते हैं लेकिन वे अपने सेक्स लाइफ से संतुष्ट नहीं हैं। वहीं 48% लोगों ने कहा कि सेक्स लाइफ उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। लेकिन बीमारी और साथी के साथ न देने के कारण वे अपनी इच्छा को पूरा नहीं कर पाते हैं।
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