लंदन. यौन उत्पीड़न के मामले में लंदन पुलिस द्वारा विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे की गिरफ्तारी के 24 घंटे के भीतर ही स्विस बैंक और मास्टरकार्ड की वेबसाइटें हैक हो जाने से हड़कंप मचा है। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक असांजे के समर्थन में खड़े कई हैकरों ने ऐसा किया है। स्विस बैंक की वेबसाइट हैक करने का दावा करने वाले गुमनाम संगठन ने इसे ‘ऑपरेशन पेबैक’ का नाम दिया है। संगठन का कहना है कि यह असांजे का बैंक अकाउंट बंद करने का बदला है। गोपनीय दस्तावेज लीक कर अमेरिकी प्रशासन की पोल खोलने वाले असांजे पर स्विट्जरलैंड का निवासी होने का पर्याप्त सबूत पेश कर पाने में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए स्विस बैंक ने हाल में उनका अकाउंट बंद कर दिया था। दुनिया के सबसे बड़े पेमेंट नेटवर्क मास्टरकार्ड की वेबसाइट भी हैक होने की खबर है। इस वेबसाइट को हैक करने की जिम्मेदारी ली है 4Chan नामक एक संगठन ने, जो ऑपरेशन पेबैक के समर्थन में आ खड़ा हुआ है। मास्टर कार्ड और वीजा जैसे कुछ पेमेंट नेटवर्क के जरिये विकीलीक्स को अब तक दुनियाभर से चंदे मिलते थे। लेकिन इन नेटवर्क ने अमेरिकी विदेश मंत्रालय के गोपनीय दस्तावेज लीक किए जाने के बाद विकीलीक्स को कार्ड के जरिये पेमेंट करने की सुविधा पर रोक लगा दी थी। अमेरिका के ढाई लाख से भी ज्यादा गोपनीय दस्तावेज लीक कर उसकी पोल खोलने असांजे को मंगलवार को लंदन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। स्वीडन में यौन उत्पीड़न के आरोपी असांजे को 14 दिसम्बर तक पुलिस हिरासत में रहना पड़ेगा। ऐसी भी खबरें हैं कि हैकरों ने असांजे पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली दो महिलाओं के मुकदमे की पैरवी कर रही वकील के वेबसाइट और ईमेल सर्विस को भी हैक कर लिया है। हालांकि अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने साफ किया है कि असांजे की गिरफ्तारी में अमेरिका का हाथ नहीं है। यह ब्रिटेन और स्वीडन का मामला है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि विकीलीक्स और असांजे ने अमेरिकी हितों को ‘भारी चोट’ पहुंचाई है।
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