लुधियाना . रोड़ी (सिरसा) . वे जीते जी तो नहीं मिल सके, लेकिन उसने अपनी प्रेमिका की चिता पर सोकर मौत को गले लगा लिया। यह घटना सिरसा जिले के गांव रोड़ी की है। सोमवार रात दस बजे हुई इस घटना के विषय में कोई भी खुलकर बात करने को तैयार नहीं है। हालांकि दबी जुबान में पहले लड़की और उसके बाद युवक द्वारा खुदकुशी की चर्चा हो रही है। हैरत की बात तो यह है कि पुलिस ने भी इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। लड़की के भाई रोड़ी निवासी निंघ का कहना है कि उसकी बहन वीरपाल कौर (14) गांव के राजकीय कन्या मिडल स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ती थी। रोजमर्रा की तरह वह बीते शुक्रवार शाम को स्कूल से घर आई। घर में परिवार का कोई सदस्य नहीं था और वह चाय बनाने के लिए चूल्हे में मिट्टी के तेल से आग जलाने लगी तो कपड़ों में आग लगने से वह झुलस गई।
देर शाम वह और उसके अन्य परिजन उसे सिरसा के एक निजी अस्पताल में ले आए। सोमवार दोपहर बाद उसकी मौत हो गई। परिजनों ने देर शाम उसका अंतिम संस्कार कर दिया। इसका पता जब वीरपाल की गली में रह रहे उसके प्रेमी बिट्टू (19) को चला तो वह परेशान हो गया। वह श्मशानघाट पहुंच गया और जैसे ही लोगों की भीड़ छंटी, वह शर्ट को उतार कर उस जलती चिता पर सो गया और अपनी जान दे दी। उससे पहले ग्रामीणों ने उसे नशे की हालत में श्मशानघाट के आसपास घूमते देखा था। जब वह देर रात तक वापस नहीं आया तो उसकी खोजबीन शुरू हो गई।
पंजाब का था रहने वाला बिट्टू मूलत: पंजाब के मानसा जिले के गांव मलसिंहवाला का रहने वाला था। वह पिछले दस वर्षो से रोड़ी में अपने नाना गरीबू के पास रह रहा था और पंजाब के साथ लगते कस्बे सरदूलगढ़ में मजदूरी करता था। वीरपाल कौर और बिट्टू दोनों में पिछले करीब एक साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। वीरपाल कौर के माता व पिता को अधरंग का रोग होने के कारण 2001 व 2002 में मृत्यु हो गई थी। वीरपाल कौर अपने मजदूर भाई निंघ के साथ ही रहती थी। वीरपाल की बड़ी बहन किरणपाल दसवीं कक्षा में पढ़ती है।
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