न्यूयॉर्क। अमरीकी सेना में कई सालों बाद एक सिख अघिकारी की भर्ती की गई है। 1980 के बाद यह पहली बार है जब किसी सिख को उसकी पगड़ी और दाढ़ी सहित अमरीकी सेना में शामिल किया गया है। अपनी भाषाई कुशलता के लिए वर्ष 2009 में मिलिट्री एसेसन्स विटल टू द नेशनल इंटरेस्ट(एमएवीएनआई) कार्यक्रम के तहत भर्ती हुए 26 वर्षीय सिमरन प्रीत सिंह लाम्बा ने अपनी पगड़ी और दाढ़ी सहित कोलम्बिया के बाहरी हिस्से में स्थित फोर्ट जैक्शन में प्राथमिक प्रशिक्षण बुधवार को पूरा कर लिया और वह अमरीकी सेना में अघिकारी बन गए हैं। अब उन्हें युद्ध के मैदान में कहीं भी भेजा जा सकता है। सेना में रहने के दौरान लाम्बा को अपनी पगड़ी और दाढ़ी रखने की अनुमति है। हालांकि, अमरीकी सेना में भर्ती के लिए सिखों को पगड़ी हटानी पड़ती है, इसलिए सिख सेना में आने से हिचकिचाते हैं।
पर सेना को ऎसे अफसरों की जरूरत थी जो अच्छी हिन्दी और पंजाबी जानते और बोलते हों, इसी के चलते लाम्बा को पगड़ी और दाढ़ी रखने की छूट दी गई और सेना में भर्ती किया गया। लाम्बा को अमरीका की नागरिकता भी मिल गई है।
अमरीकी नागरिक बन चुके लाम्बा ने कहा कि 'मैं अपने साथी सैनिकों से और अमेरिका की सेवा करने को लेकर रोमांचित हूं। मैं विनम्रतापूर्वक इस बात को कहता हूं कि मैं प्रशिक्षण के सभी पहलुओं में उत्कृष्टता साबित करने में सक्षम था। अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि मैं अपने साथी सैनिकों और नेतृत्व के सहयोग और भाईचारगी से अभिभूत था। मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं और सेवा शुरू करने के इंतजार में हूं।'
0 comments:
Post a Comment