गांबिया. अफ्रीका में एड्स का इलाज करने का दावा करने वाले एक डाक्टर के मन में देश का राजा बनने के ख्वाब मचल रहे हैं। वह राजा बन भी सकता है क्योंकि वह रक्तहीन क्रांति के बाद देश का न केवल राष्ट्रपति बना बल्कि सितंबर 2006 में तीसरी बार पांच साल के कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति चुना गया है।
इस अफ्रीकी देश का नाम है गांबिया और डॉक्टर है राष्ट्रपति याह्या अब्दुल-अजीज जेमस जंकुंग दिलियू जामेह। 45 वर्षीय डॉ. जामेह का दावा है कि वे हर्बल मलहम और केलों से एड्स और अस्थमा का सफल इलाज करते हैं। वे अब गांबिया के राजा बनना चाहते हैं। गांबिया के कबायली इलाकों के मुखिया उनके चक्कर लगाने लगे हैं। एक मुखिया ने कहा कि जामेह को राजा बन जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने देश को प्रगति के पथ पर तेजी से आगे बढ़ाया है।
क्या है इच्छा : वो चाहते हैं कि दुनिया उन्हें डॉक्टर, स्कॉलर, एल्डर व किंग के रूप में जाने। फिलहाल उन्होंने अपना नाम हिज एक्सीलेंसी द प्रेजीडेंट शेख प्रोफेसर अल हाजी डॉक्टर याहया जामेह रखा हुआ है। जामेह के खिलाफ मार्च 2006 में विद्रोह हुआ। वे तब मारिटॉनिया गए हुए थे। तुरंत लौटे, विद्रोह को कुचला व विद्रोहियों को जेल में बंद कर दिया उम्रभर के लिए। विद्रोहियों का नेता सेनाध्यक्ष कर्नल एंदुरे चाम देश छोड़ कर भाग गए।
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