नई दिल्ली.बुजुर्गो से आशीर्वाद लेने के बहाने उनके गहनों पर हाथ साफ करने वाले शातिर ठग को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह ठग अपनी कारगुजारियों के दम पर रोडपति से करोड़पति बन बैठा। इस शातिर ठग का शिकार बने लोगों में आईआईटी के रिटायर्ड प्रोफेसर से लेकर दिल्ली पुलिस के रिटायर्ड एसीपी तक हैं। ठग ने दिल्ली-एनसीआर में अब तक लगभग ३क्क् से ४क्क् बुजुर्गो को अपना शिकार बनाया है। पुलिस अब इसके खिलाफ मकोका के तहत मामला दर्ज करने का मन बना रही है। पूर्वी जिला पुलिस के अतिरिक्त आयुक्त केसी द्विवेदी ने बताया कि गांधी नगर सबडीविजन के एसीपी रोमिल बनिया से ओमप्रकाश खुराना नामक बुजुर्ग ने शिकायत की थी कि रास्ते में स्कूटर सवार एक युवक ने नमस्कार करने के बाद बोला, ताऊजी मैं राहुल हूं, आपने पहचाना नहीं। आपके आशीर्वाद से मेरा ट्रांसपोर्ट का काम अच्छा चल रहा है, मैंने बहुत पैसा कमा लिया है और मैं आपके पड़ोस में ही फ्लैट लेना चाहता हूं। इतना कहकर उसने अपने साथी से कहकर ओम प्रकाश खुराना के हाथ में एक गिफ्ट पकड़ा दिया। खुद को राहुल बताने वाले युवक ने उनसे यह कहकर सोने का कड़ा व हीरे की अंगूठी उतरवा ली कि वह भी ठीक ऐसी ज्वेलरी बनवाना चाहता है और दोनों चीज लेकर फरार हो गया। पुलिस ने इस बाबत एफआईआर दर्ज कर ली। एसीपी रोमिल बानिया ने अपनी अगुवाई में एएसआई महेंद्र कुमार और हवलदार रोहताश कुमार आदि की टीम गठित की। इस दौरान पुलिस के पास कुछ और बुजुर्ग ऐसी ही शिकायत लेकर आए।जांच करने पर पुलिस को मुखबिरों से दो मोबाइल नंबर मिले। जिससे पता चला कि ये दोनों नंबर रामगोपाल नामक व्यक्ति के लिए जारी किए गए हैं, जो मौजपुर में रहता है। पुलिस ने रामगोपाल को दबोच लिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस टीम ने दो बार राहुल नामक ठग को पकड़ने के लिए दबिश दी, लेकिन वह हाथ नहीं आया। इसके बाद पुलिस ने मुजफ्फरनगर के ककरौली गांव में यूपी पुलिस कीएसओजी के साथ दबिश दी, लेकिन राहुल राजनीतिक पहुंच के चलते पुलिस के सामने ही भाग निकला।
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