Tuesday, November 23, 2010

'मौत' का फेस्टिवल बना 'वॉटर' फेस्टिवल, 345 मरे


नॉम पेन. कंबोडिया की राजधानी नॉम पेन में वॉटर फेस्टिवल के दौरान सोमवार को मची भगदड़ में मरने वालों की संख्‍या 345 हो गई है। कंबोडिया के प्रधानमंत्री ने इस हादसे में मारे गए लोगों के प्रति शोक व्‍यक्‍त किया है।
गौरतलब है कि कंबोडिया की राजधानी नॉम पेन में आयोजित इस वॉटर फेस्टिवल के अंतिम दिन बड़ी भारी संख्या में लोग उपस्थित हुए थे। वॉटर फेस्टिवल कंबोडिया का एक बड़ा उत्सव माना जाता है।
एक द्वीप पर जाने के लिए नदी पर बने पुल पर भगदड़ मची। पुल पर बहुत भीड़ हो गई थी। कुछ लोग बेहोश हो गए। उसके बाद अफरातफरी मच गई। लोग एक-दूसरे पर गिरने और कुचले जाने से मारे गए। घायलों की संख्या इतनी अधिक थी कि समय रहते सबको आपात चिकित्सा उपलब्ध कराना कड़ी चुनौती बन गई है। इसलिए भी मरने वालों की तादाद बढ़ी।
वाटर फ़ेस्टविल
वाटर फ़ेस्टविल में कंबोडिया के ग्रामीण इलाक़ों से करीब 20 लाख लोग आते हैं जहाँ तीन दिनों तक नौका रेस, संगीत और नृत्य का कार्यक्रम चलता है. कई दशकों तक चले युद्ध के बाद 1990 में इस उत्सव को दोबारा शुरू किया गया था।

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