Thursday, November 25, 2010

विमान में नहीं बुलेट प्रूफ दफ्तर में बैठता है 'तानाशाह'


प्योंगयांग.अमेरिका सहित लगभग सभी पश्चिमी देशों द्वारा द्वारा 'शैतानों की धुरी' के नाम से कुख्यात उत्तर कोरिया हमेशा से ही दुनिया से अलग थलग रहा है। यही वजह है कि उत्तर कोरिया और इस देश के शासक किम जोंग इल के बारे में आई कोई भी खबर लोगों के बीच अक्सर कौतुहल का विषय बन जाती है। एक मात्र चीन के सहारे टिके इस देश के शासक किम जोंग इल के बारे में कई किस्से मशहूर हैं। बताया जाता है कि उत्तर कोरिया के इस शक्तिशाली नेता को अपनी मौत आसमान में होने का डर सताता है। यही वजह है कि किम जोंग किसी भी हाल में विमान की सवारी करना कतई पसंद नहीं करते। यह सनसनी खेज खुलासा किसी और ने नहीं बल्कि दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित समाचार एजेंसी रायटर ने कुछ माह पहले ही किया था। अपने इस खुलासे में समाचार एजेंसी ने किम जोंग के एक पूर्व बॉडी गार्ड के हवाले से बताया था कि उत्तर कोरिया का यह शसक विमान में नहीं बैठता। ली यौंग गुक नामक इस पूर्व सुरक्षा कर्मी ने दवा किया था कि किम जोंग को यह डर सताता है कि उसके दुश्मन देश मिसाइल हमला कर उसके विमान को गिरा सकते हैं। किम जोंग के पिता किम सुंग पर भी आरोप लगते रहे हैं कि उन्होने दक्षिण कोरिया के एक यात्री विमान को एक साजिश के तहत बम विस्फोट से उड़ा दिया था। 1987 में हुए इस विमान हादसे में 115 मासूम लोगों की जान चली गई थी। किम जोंग के नजदीकी लोगों के अनुसार इस हादसे के बाद से ही किम को चिंता सताती है कि उसकी मौत भी ऐसे ही हवा में दुश्मन के हाथों होगी।
बुलेट प्रूफ ट्रेन में निकलता है किम जोंग-किम जोंग को अपनी सुरक्षा का डर कितना सताता है इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि किम जोंग कहीं भी आने जाने के लिए बुलेट प्रूफ ट्रेन का ही इस्तेमाल करता है। इस ट्रेन में किम जोंग के इलावा अत्याधुनिक हथियारों से लैस कई सारे कमांडो तैनात रहते हैं।
टैंक का गोला भी कुछ नहीं बिगाड़ सकता-ली यौंग गुक के अनुसार किम जोंग का दफ्तर चारों और से 32 इंच मोटी कंक्रीट और स्टील की दीवार से घिरा हुआ है। यह दीवारें इतनी मजबूत हैं कि एक टी -90 सरीके टैंक का गोला भी इनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता।

0 comments:

Post a Comment