Thursday, December 16, 2010

महिलाएं पीछे से टाइट स्कर्ट पहनकर ना आएं दफ्तर


यूं तो कहा जाता है कि पहनावे के मामले में यूरोप का महौल काफी खुला है। लेकिन अब स्विट्जरलैंड स्थित दुनिया के टॉप इन्वेस्टमेंट बैंकों में से एक यूबीएस (स्विस बैंक) ने अपने स्टाफ के लिए 43 पेज का ड्रेस कोड लागू किया है। इसमें महिला कर्मचारियों के कहा गया है कि वे ऐसी स्कर्ट न पहनें, जो पीछे से टाइट हो। साथ ही वे न तो चमक-दमक वाली जूलरी पहनें और न ही आर्टिफिशियल नाखून रखें। ये भी कहा गया है कि अंतर्वस्त्र, कपड़ों से बाहर नहीं दिखने चाहिए। जूते भी ज्यादा टाइट फिटिंग वाले न हों। अपेक्षा की जाती है कि टैटू, कान-नाक में छेद और एंकल चेन से दूरी रखी जाए। इनसे प्रोफेशनलिज्म नहीं झलकता।ड्रेस कोड के मामले में पुरुषों से भी कहा गया है कि ऐसे मोजे न पहनें, जिन पर कार्टून बनें हों। वे इस पैटर्न की टाई पहनें, जो उनके चेहरे के ढांचे से मेल खाती हो। दाढ़ी बनवाने को चार हफ्ते में एक बार नाई के पास जाएं। इसके साथ ही महिलाओं और पुरुषों, दोनों से अनुरोध किया गया है कि वे जोरदार खुश्बू वाले परफ्यूम लगाने, प्याज-लहसुन खाने और सिगरेट पीने से भी बचें।बैंक की तरफ से कहा गया है कि महिलाओं का ऐसा लुक, जिसे कमेंट ना किया जा सके वो आफिस के महौल के लिए बेहतर है। ड्रेस कोड के नियम में यह भी कहा गया है कि खड़े होने पर जैकिट के बटन बंद रहने चाहिए। बैठने पर उन्हें खुला होना चाहिए। ज्यादा गर्मी होने पर सुपरवाइजर से पूछ कर बिना जैकेट के शर्ट पहनी जा सकती है। इसके साथ ही धूप के चश्मे को सिर पर रखना भी मना किया गया है। सबसे दिलचस्प बात यह कि स्किन ड्राई न हो इसलिए, उस पर लोशन लगाने की बात भी ड्रेस कोड में बताई गई है।
अब इतने सारे नियम तो बना दिए गए हैं, पर अभीं से ही यह संदेश जाहिर किया जाने लगा है कि कर्मचारी इन नियमों का पालन कर पाएंगे या नहीं।

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