लंदन। छात्रों को शिक्षा देने के तमाम तरीके आजमाए जाते हैं। जब बात जीवन मूल्यों की हो, तब यह और अहम हो जाता है। ताइवान के एक मेडिकल कॉलेज में आजकल अनूठे ढंग से छात्रों को जिंदगी की कीमत समझाई जा रही है।
नए पाठ में ताइवान के रेंडे मेडिकल कॉलेज के छात्रों को ताबूत में लिटाकर कब्र में दफनाया जाता है। हालांकि छात्रों को कब्र के भीतर केवल कुछ समय ही बिताना होता है। छात्रों के शिक्षक कहना है कि इससे उन्हें कुछ देर के लिए मौत का अहसास होता है और फिर वह जिंदगी के एक नए पाठ के साथ वापस बाहर आते हैं। कब्र में प्रवेश करने से पहले छात्रों को एक वसीयत लिखनी पड़ती है। उन्हें अंतिम संस्कार जैसे कपड़ा पहनाए जाते हैं। इसके बाद उन्हें ताबूत में लिटा कर कब्र में लिटाया जाता है। कॉलेज के प्रोफेसर क्यू डेनेंग ने कहा, हालांकि यह प्रक्रिया केवल दस मिनट की होती है, लेकिन यह वास्तव में मौत को सामने पाने जैसा ही है। इस अहसास को महसूस करने वाले एक छात्र शाओ लिन का कहना है, जब मैं कब्र से बाहर आया, तो ऐसा लगा जैसे पुनर्जन्म हुआ है। अब मैं जिंदगी के हरेक क्षण को महसूस करना सीख गया हूं।
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