बीजिंग.एक 34 वर्षीय चीनी व्यक्ति जिसका 30 साल पहले अपहरण कर लिया गया और जिसे इस दौरान तीन बार बेचा गया, का अपने असली मां-बाप से मेल हो गया है। चोंगकिंग के रहने वाले वू ज्यूबिंग का 1980 में अपहरण कर लिया गया था। तब उसकी उम्र मात्र चार साल थी।उसके पिता वू माओशेंग हुबई में एक कारपेंटर थे और उसकी मां ली शीकुन वू और उसकी बहन को चोंगकिंग युनयांग काउंटी स्थित घर में पाल रही थी। इस परिवार की जिंदगी तब बिखर गई जब एक गांववाले वांग ने ली और बच्चों को वू के पास हुबई लेकर जाने का प्रस्ताव दिया।उसने ली को अपने बच्चे उसके एक दोस्त के होस्टल में छोड़ने को कहा। पुलिस ने कहा कि वांग ली को बेचना चाहता था। जैसे ही ली को उसका इरादा पता चला, वह भागकर वापस होस्टल आ गई। वहां उसने देखा कि उसका बेटा गायब था लेकिन 6 वर्षीय बेटी वहीं थी। उसने पुलिस में शिकायत की जिसके बाद पुलिस ने वांग से पूछताछ की लेकिन उसने लड़के बारे कुछ नहीं बताया।
इसके बाद वह भी गायब हो गया। ज्यांगयांग के पुलिस स्टेशन में पिछले दिनों ज्यूबिंग अपने 60 वर्षीय मां-बाप से मिला। इस मामले की जांच के दौरान पुलिस वांग के गांव पहुंच गई और 58 वर्षीय वांग को गिरफ्तार कर लिया।
वांग ने कहा कि उसने एक रेलवे स्टेशन पर ज्यूबिंग को एक व्यक्ति को बेच दिया। उसने इसे आगे हैनान प्रांत में ल्यू नामक महिला को बेच दिया। महिला ने इसे अपने रिश्तेदारों को दे दिया जिसने इसे अपने एक सहकर्मी को बेच दिया था।
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