बीजिंग। भला मुर्गो को कौन चश्मा पहना सकता है, लेकिन चमत्कारों के देश चीन में कुछ भी संभव है। चीन के मुर्गी पालकों का कहना है कि ऐसा करने से मुर्गे आपस में लड़ना बंद कर देते हैं। दक्षिण-पश्चिम चीन के चेंगदू प्रांत में मुर्गो की आंखों पर चश्मे सरीखी वस्तु पहना दी गई है। मुर्गे पालने वाले एक व्यक्ति जियांग हाउ ने बताया, 'हमारे मुर्गे स्वभाव से बहुत लड़ाकू हैं। ये हमेशा एक-दूसरे पर हमला करते रहते हैं। कई बार तो ये गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं। इसलिए हमने इन्हें चश्मे पहनाने का फैसला किया। अब मुर्गे एक-दूसरे को ठीक से नहीं देख पाते। इसके चलते इनमें लड़ाई भी नहीं होती।' चेंगदू प्रांत की देखा-देखी अब अन्य राज्यों के मुर्गी पालक भी अपने मुर्गो को लड़ाई से बचाने के लिए यह तरकीब अपना रहे हैं। वैसे मुर्गो को चश्मा पहनाने की परंपरा 1939 से चली आ रही है, लेकिन इन दिनों काफी लोकप्रिय हो गई है। इसे 'एंटीपिक्स' कहा जाता है। ये चश्मे कम पारदर्शी और लाल रंग के होते हैं। इससे मुर्गो को खून नहीं नजर आता और उनका गुस्सा शांत रहता है। इसके कुछ नुकसान भी हैं। कई बार मुर्गे ठीक से नहीं देख पाने के कारण ठोकर खा जाते हैं। वैसे मुर्गो का गुस्सा शांत रखने की यह तरकीब है काफी रोचक।
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