Monday, January 10, 2011

नसीब में थी जिंदगी, हार गई मौत


ब्रिटेन के कैसेल ब्रॉमविच की 18 वर्षीय केट ट्रेवेनर का पिछले दिनों लीवर ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन हुआ है। इस ऑपरेशन की कहानी किसी एक्शन फिल्म से कम नहीं है।सबसे पहली आश्चर्य की बात ये है कि इतनी कम उम्र में शराब को हाथ नहीं लगाने वाली केट का लीवर पूरी तरह खराब हो गया। किस्मत से उत्तरी आयरलैंड के एक डोनर का लीवर उनसे मैच हो गया। केट को बर्मिंघम के क्वीन एलिजाबेथ हॉस्पिटल में भर्ती किया गया। फिर भी ये नाटकीय दास्तान यहीं खत्म नहीं हुई।जिस प्लेन से उनका लीवर लाया जा रहा था, वो प्लेन पिछले 18 नवंबर को खराब मौसम की वजह से बर्मिंघम एयरपोर्ट पर क्रैश हो गया। जलते हुए प्लेन में लीवर का बॉक्स भी ऊपर से क्षतिग्रस्त हो गया था, लेकिन अंदर बर्फ में रखा लीवर सलामत दिख रहा था।इसके बाद पुलिस वालों ने समझदारी दिखाते हुए बॉक्स को एक मोटर बाइक पर बांधा। उस समय ट्रैफिक ज्यादा था, इसलिए हॉस्पिटल के रास्ते का सारा ट्रैफिक रोका गया। इस तरह 45 मिनट के अंदर लीवर हॉस्पिटल पहुंच गया और ऑपरेशन भी शुरू हो गया। जैसे ही डॉक्टर्स और परिवार वालों को प्लेन क्रैश का पता चला तो उन्होंने केट की जिंदगी की उम्मीद छोड़ दी थी। केट को भी ये बात बता दी गई थी। फिर भी उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था क्योंकि उन्हें बेहोशी की दवा दी जा चुकी थी। ये देखने के बाद कोई भी कहेगा कि केट के नसीब में जिंदगी थी, इसलिए ये करिश्मा हुआ।

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