Tuesday, February 1, 2011

दादी मां की बहादुरी


उम्र 83 बरस थी तो क्या हुआ, हौसले तो जवान थे बैटी थॉर्नटन के। अपने ही घर पर जब इस ग्रैंडमदर को चोर का सामना करना पड़ा तो वह पैनिक होने के बजाय पूरी तरह खामोश और हिम्मत बंधाए रहीं। उन्होंने मन ही मन यह तय कर लिया कि करना क्या है। और ऐसा होना स्वाभाविक भी था। आखिर वह 25 बरस तक एक स्टोर डिटेक्टिव रही थीं।तो क्या किया इस बुजुर्ग महिला ने? वह खुद पर अटैक करने वाले के पीछे दौड़ीं। उसे घर से बाहर खदेड़ा और फिर सड़क पर तब तक दौड़ाया जब तक कि तीन नौजवानों ने उसे पकड़ नहीं लिया।अपनी कामयाबी पर उनके मुंह से निकला : मैं तो अब भी अच्छी रनर हूं। 34 वर्षीय मिखाइल हॉल का क्राइम रिकॉर्ड अच्छा-खासा था। वह जिस वक्त थॉर्नटन के घर पहुंचा, उस समय वह अपने 87 बरस के हबि रे के साथ थीं। नॉक सुनते ही जब उन्होंने एक अजनबी को सामने पाया तो वह घबराई नहीं। बाद में मिखाइल ने बताया कि वह सिर्फ इस घर का फोन यूज करना चाहता था क्योंकि इमर्जेंसी थी। उसने थॉर्नटन को यह बताया भी था। अच्छा ही हुआ कि ग्रैंडमदर ने उसे दौड़ा दिया क्योंकि उस पर पहले ही 49 केस चल रहे हैं।

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