Saturday, March 5, 2011

हर पंद्रह मिनट पर करती है मौत से मुकाबला



अमेरिका। पा फिल्म में ऑरो की बीमारी ने लोगों के आंख में आंसू ला दिए क्योंकि इसमें एक बच्च अपने बचपने में ही बुढ़ापे की बेचारगी को जीने के लिए अभिशप्त होता है। ऐसी ही एक कहानी इस लड़की की भी है जिसपर अभी तक कोई फिल्म भले न बनी हो लेकिन इनका जीवन किसी भी फिल्म को मात देने की काबिलियत रखता है।

ये लड़की एक ऐसी अद्भुत बीमारी से ग्रस्त है जो इसके शरीर पर चर्बी नही बढ़ने देती। जबकि हर पंद्रह मिनट पर अगर ये खाना न खाए तो इनका जिंदा रहना मुश्किल है।

टैक्सास की रहने वाली 21 वर्षीया लिजि वेलासक्वेज, कम्यूनिकेशन की स्टूडेंट हैं और दिन में कम से कम साठ बार कुछ न कुछ खाती हैं। गौरतलब है कि एक दिन में 5000 से 8000 कैलोरी लेने के बावजूद इनका वजन महज 25.4 किलो है।

लिजि एक प्रिमेच्योर बेबी थीं जिनका जन्म चार हफ्ते पहले ही हो गया था। जन्म के समय ही उन्हे मिनिमल एम्नियोटिक फ्लूएड नामक इंफैक्शन हो गया था। इसके बाद से वो अभी तक ठीक नही हो पाई हैं। दुनिया भर के डॉक्टर उनकी इस बीमारी से चकित हैं। कोई भी उनकी बीमारी का पता नही लगा पाया है। फिलहाल डलास में डॉ. अभिमन्यू गर्ग उन पर रिसर्च कर रहे हैं। डॉक्टर का मानना है कि वो न्यूओंटल प्रोग्रिऑएड सिंड्रोम से ग्रस्त हैं जिसमें पीड़ित व्यक्ति का शारीरिक विकास प्रभावित हो जाता है और उसक ा आकार भी विकृत हो जाता है।

लिजि के परिवार में उनके मां-बाप के साथ एक 12 वर्षीय भाई और 15 वर्षीय बहन भी हैं और ये सब पूरी तरह स्वस्थ हैं।

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