वाशिंगटन। इराक के दिवंगत राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन ने अमेरिका के तत्कालीन रक्षा मंत्री डोनाल्ड रम्सफील्ड की बेटियों की हत्या के लिए 6 करोड़ डॉलर की सुपारी दी थी। यह दावा रम्सफील्ड ने अपनी नई किताब ‘नोन एंड अननोन’ में की है।
इराक पर हमला करने वाले अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज बुश की कैबिनेट में रक्षा मंत्री रहे रम्सफील्ड ने किताब में एक वाकये का जिक्र करते हुए यह जानकारी दी है। इसमें उन्होंने बताया है कि अक्टूबर 2003 में सीआईए निदेशक जॉर्ज टेनेट ने उन्हें सद्दाम की इस साजिश के बारे में बताया था। जुलाई 2003 में अमेरिकी सैनिकों द्वारा उदय और कासी हुसैन को मार डालने के विरोध में सद्दाम रम्सफील्ड के साथ-साथ बुश की बेटियों को भी मरवाना चाहते थे। दोनों सद्दाम के बेटे थे। रम्सफील्ड ने किताब में लिखा है, ‘उसके बेटों की मौत के बाद ऐसी खुफिया रिपोर्ट थी कि सद्दाम हुसैन बदले के तौर पर अपने एजेंट को 6 करोड़ डॉलर देकर राष्ट्रपति की दो बेटियों और मेरी दो बेटियों को मरवाना चाहता था। अक्टूबर 2003 में एनएससी की बैठक में इस रिपोर्ट का जिक्र हुआ। मैंने इसे सुना और मीटिंग में चल रहे मुद्दे पर बातचीत जारी रखी।’ इस पर बुश ने कहा था कि आपको इसे गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने यह भी सुना था कि उदय हुसैन के महल से उनकी बेटी की तस्वीरें भी मिली थीं।तब टेनेट ने भी राष्ट्रपति की चिंता बढ़ाते हुए कहा था, ‘आपने उसके बेटों को मारा है तो हो सकता है वह आपकी बेटियों के पीछे पड़ा है।’ किताब में रम्सफील्ड ने कहा है कि मुझे अपने परिवार की चिंता थी पर मैं सिवाय उनको सावधान रहने के और कुछ नहीं कह सकता था।पर ध्यान देने वाली बात यह है कि अक्टूबर २००३ से पहले सद्दाम काफी महीनों से छिप कर रह रहा था। अमेरिकी फौज ने दिसंबर में सद्दाम को एक गड्ढे से पकड़ा था।
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