लंदन। यह आपके जीवन की ऐसी यादगार घटना होगी, जिसकी आपको कल्पना नहीं होगी। आसमान में दो सूरज दिखेंगे और पृथ्वी सिर्फ दिन निकला रहेगा। रात नहीं होगी। भले ही यह कुछ हफ्तों के लिए होगा। जी हां, खगोलविज्ञानियों ने कहा है कि इस साल के अंत तक धरती के क्षितिज पर दूसरा सूरज उगने को तैयार है।बताया गया है कि हमारी आकाशगंगा के ओरियन तारामंडल का दूसरा सबसे चमकीला तारा 'बेटलग्यूस' जल्दी ही सुपरनोवा की स्थिति को प्राप्त होने वाला है। यह स्थिति तब आती है, जब धुरी पर तेजी से घूमता तारा अपनी गुरुत्वाकर्षण शक्ति खोने लगता है और उसका पदार्थ उससे दूर छिटक जाता है। अंतत: इस सितारे में तीव्र विस्फोट के साथ जबर्दस्त चमक पैदा होती है और तारा नष्ट हो जाता है।ऑस्ट्रेलिया की युनिवर्सिटी ऑफ सदर्न क्वींसलैंड के ब्राड कार्टर ने 'बेटलग्यूस' के अध्ययन के बाद यह दावा किया है कि इस साल के अंत तक इसमें जबर्दस्त विस्फोट होने वाला है। डॉ. कार्टर के अनुसार, 'यह तारा बूढ़ा हो चुका है और इसकी ऊर्जा खत्म होने वाली है। शेष ऊर्जा इसके केंद्र में है, जिसमें कभी भी विस्फोट हो सकता है।'
क्या होगा विस्फोट से-इस तारे में विस्फोट होने पर हमारे सूर्य से कई हजार गुना ज्यादा रोशनी पैदा होगी, जो पृथ्वी तक पहुंचेगी। ऐसे में पूरी पृथ्वी के आकाश में 24 घंटे प्रकाश रहेगा।कार्टर का कहना है, 'आने वाले महीनों में तब कुछ हफ्तों के लिए बहुत सारी रोशनी होगी। जो धीरे-धीरे क्रमश: कम होती जाएगी और अंतत: हमारे दिन-रात सामान्य हो जाएंगे।' उन्होंने कहा कि ऐसा मौका कई लाख साल में एक बार आता है।पृथ्वी पर इसका असर-क्या यह कयामत की शुरुआत है? बहुत से लोग 2012 को पृथ्वी का अंत बता रहे हैं। डॉ. कार्टर का कहना है कि यह बेकार बात है। उनके अनुसार 'बेटलग्यूस' के विस्फोट से पैदा होने वाले 'न्यूट्रीनो' नामक पदार्थ पृथ्वी तक पहुंचेंगे जरूर, लेकिन उनसे कोई हानि नहीं होगी। वे किसी प्रकार हानिकारक नहीं हैं। खत्म होने वाले तारे की 99 प्रतिशत ऊर्जा इसी रूप में तिरोहित होती है। इसका पृथ्वी या उसकी प्रकृति पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ेगा।
0 comments:
Post a Comment