लंदन.नासा के एक वैज्ञानिक ने पृथ्वी पर गिरे उल्का पिंडों में दूसरे ग्रह का एक प्राणी मिलने का दावा किया है। मार्शल स्पेस फ्लाइट सेंटर में एस्ट्रोबायोलॉजिस्ट डॉ रिचर्ड हूवर का कहना है कि दूसरे ग्रह के इस प्राणी से पता चल सकता है कि पृथ्वी पर जीवन की शुरुआत कैसे हुई।हूवर ने बताया कि अंटार्कटिका, साइबेरिया और अलास्का यात्रा के दौरान उन्होंने अत्यंत दुर्लभ उल्का पिंड ‘सीआई1 काबरेनेशियस कोन्ड्राइट्स’ का अध्ययन किया। समझा जाता है कि पृथ्वी पर ऐसे नौ उल्का पिंड ही हैं।उन्होंने कहा, ‘ऐसा संकेत मिलता है कि जीवन केवल पृथ्वी तक ही सीमित नहीं है।’ हूवर ने कहा कि बैक्टीरिया कई मामलों में देखे जा सकते हैं और पृथ्वी पर पाए जाने वाली प्रजातियों से बेहद मिलते-जुलते हैं।उन्होंने कहा, ‘वहां कुछ ऐसे बैक्टीरिया भी हैं जो बिल्कुल अलग हैं और उनकी तरह नहीं दिखते जिन्हें हम पहचान सकते हैं। मैंने उन्हें कई अन्य विशेषज्ञों को दिखाया और उनकी राय भी ऐसी ही थी।’ डॉ हूवर प्रत्येक उल्का पिंड के पत्थर का संग्रह कर उन्हें प्रयोगशाला में ले जाते हैं और वहां उनके जीवाश्मों का अध्ययन करते हैं।इसी सिलसिले में स्कैनिंग करते हुए उन्होंने एक जैविक अवशेष पाया जिसमें नाइट्रोजन नहीं थी। अब तक माना जाता है कि सभी जीवित प्राणियों में नाइट्रोजन पाई जाती है।
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