Sunday, December 19, 2010

हाथ पैरों से लाचार महिला बनी मां!


डेनमार्क। हौसले बुलंद हो तो किसी भी तरह की शारीरिक अपंगता मंजिल को पार करने में बाधक नहीं होती। इसे साबित कर दिखाया है डेनमार्क की 24 वर्षीया मेलेक ने। उनके जन्म से ही दोनों पैर और एक हाथ नहीं है, लेकिन उन्हें मां बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उनका बेटा सेमिथ अब नौ महीने का हो चुका है।मेलेक और उसके पति मेहमत की मुलाकात 14 साल की उम्र में हुई थी। देखते-देखते दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई। मेहमत ने बताया, मेरी जिंदगी में कई लड़कियां आई, लेकिन मुझे मेलेक जैसा अपनापन किसी के साथ महसूस नहीं हुआ। हमारे प्यार के बीच उसकी शारीरिक अपंगता भी आड़े नहीं आई। उन्होंने बताया कि डेनमार्क में उनके रिश्ते को मान्यता नहीं मिली। फिर दोनों ने दो साल पहले तुर्की में जाकर शादी रचाई।मेलेक ने बताया, हमें हमेशा से बच्चे की चाह थी। जब मुझे पता चला कि मैं गर्भवती हूं तो मुझे विश्वास नहीं हुआ। मैंने पांच-छह बार टेस्ट कराया तब मुझे यकीन हुआ।डॉक्टरों भी मेलेक की हालत को देखते हुए उसकी गर्भावस्था को लेकर चिंतित थे। प्रसव के दौरान उनकी जान को भी खतरा था। मगर मेलेक बच्चे को जन्म देने का फैसला कर चुकी थीं। बच्चा सिजेरियन से पैदा हुआ। मेलेक अब काफी खुश हैं।

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