हथेली का अध्ययन करते समय उस पर पाये जाने वाले पर्वतों का भी विशेष रूप से अध्ययन किया जाता है क्योंकि हथेली में जिस ग्रह का पर्वत अधिक विकसित और लालिमा लिए हुए होता है। व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य पर उसका विशेष प्रभाव देखने को मिलता है। आज हम बात कर रहे हैं बुध ग्रह की।- कनिष्ठका अंगुली के नीचे का क्षेत्र बुध पर्वत कहलाता है।- यह पर्वत भौतिक सम्पदा और भौतिक समृद्धि का सूचक होता है। बुध प्रधान व्यक्ति अपने जीवन में जिस कार्य में हाथ में भी डालते हैं,उसमें पूरी-पूरी सफलता प्राप्त कर लेते है।- ये व्यक्ति तेज दिमाग वाले, तीव्र बुद्धि और परिस्थितियों को समझने वाले होते है। अपने जीवन में ये व्यक्ति जो भी कार्य करते हैं, उसे पूरा होना पड़ता है। बुध पर्वत का जरुरत से ज्यादा उभार उचित नहीं माना जा सकता।- जिन हथेलियों में बुध पर्वत में विकसित होता है, वे व्यक्ति अवसरवादी होते हैं, ठीक समय की तलाश में रहते है। समय का पूरा-पूरा उपयोग करने में ये दक्ष माने जाते है।
- ऐसे व्यक्ति सफल वक्ता होते हैं पूरा भौतिकवादी कहा जा सकता है। धनसंचय करने में ये उचित-अनुचित आदि का कोई ख्याल नहीं रखते।- ऐसे लोग विज्ञान और गणित में विशेष रूचि रखते हैं।- ऐसे व्यक्ति जीवन में श्रेष्ठ वक्ता और अभिनेता होते हैं।लेखन के क्षेत्र में भी ऐसे व्यक्ति प्रसिद्धि पाते देखे गए हैं। यात्राओं के ये शौकीन होते हैं। घूमना-फिरना इन्हे बहुत पसंद होता है। यदि बुध पर्वत सूर्य की तरफ झुका हुआ हो तो ऐसे व्यक्ति जीवन में आसानी से सफलता प्राप्त करते हैं।- यदि व्यक्ति की हथेली लचीली हो और उस पर बुध पर्वत पूरा उभार हो तो व्यक्ति अपने प्रयत्नों से लाखों रुपया इकठ्ठा करता है।- यदि कनिष्ठका अंगुली का सिरा नुकीला हो तथा बुध पर्वत विकसित हो तो वह व्यक्ति वाकपटू होता है।- कनिष्ठिका अंगुली छोटी हो तो व्यक्ति सुक्ष्मबुद्धि वाला होता है।- यदि बुध पर्वत हथेली के बाहर तरफ झुका हुआ तो वह व्यापार क्षेत्र में सफलता प्राप्त करता है।- बुध पर्वत अपने आप में पूर्ण विकसित हो तो ऐसा व्यक्ति पूर्ण सफलता प्राप्त करता है।
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