वाशिंगटन. चीन पर शिकंजा कसने के लिए अमेरिका ने भारत सहित उन तमाम देशों को लामबंद करने की पहल तेज कर दी है, जिनके साथ चीन का कोई न कोई विवाद है। अमेरिका भारत को एशिया में अपनी भूमिका और बढ़ाने के लिए बढ़ावा देना चाहता है।
एशिया, खास कर दक्षिण एशिया में चीन की बढ़ती ताकत से अमेरिका भी चिंतित है। इसलिए वह भारत को उसके मुकाबिल खड़ा करने की नीति पर काम कर रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की नवंबर में भारत यात्रा से ऐन पहले एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने कहा है कि वे चाहते हैं कि भारत दक्षिण एशिया से आगे निकल कर व्यापार, राजनीति और रक्षा सहयोग के क्षेत्र में ‘सक्रिय भूमिका’ निभाए। भारत को भी पाकिस्तान, म्यांमार, नेपाल और श्रीलंका के साथ चीन के बढ़ते व्यापारिक रिश्तों से चिंता है। ऐसे में अमेरिका का यह रुख उसे काफी राहत दे सकता है।
अफ्रीकी देशों के साथ चीन की बढ़ती कारोबारी करीबी पर भी अमेरिका ने भारत को साथ लेकर चलने की नीति बनाई है। भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा अफ्रीकी देशों में अपनी कुछ साझी परियोजनाओं का ऐलान कर सकते हैं। अफगानिस्तान में भी कृषि से जुड़ी कुछ परियोजनाओं पर भारत-अमेरिका एक साथ काम करने वाले हैं।
courtesy:dainik bhaskar
0 comments:
Post a Comment