वाशिंगटन। अमेरिका में वीजा जालसाजी को लेकर सैकड़ों भारतीय छात्रों पर निष्कासन का खतरा मंडरा रहा है। कैलिफोर्निया स्थित ट्राई-वैली विश्वविद्यालय के 1555 छात्रों में से 95 फीसदी भारतीय हैं। इस विश्वविद्यालय को अमेरिकी प्रशासन ने बंद कर दिया है। इसके साथ ही सैकड़ों भारतीय छात्रों का वीजा भी रद कर दिया गया है। वीजा और स्टूडेंट वर्क परमिट के गलत उपयोग को लेकर अमेरिकी प्रशासन उनसे पूछताछ कर रहा है। इन छात्रों में अधिकांश आंध्र प्रदेश के निवासी हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता पी.जे. क्राउले ने यहां संवाददाताओं से कहा कि पिछले हफ्ते कैलिफोर्निया की एक अदालत में दर्ज शिकायत के अनुसार, विश्वविद्यालय ने विदेशी छात्रों को गैरकानूनी ढंग से अप्रवासन का दर्जा हासिल करने में सहायता की। विश्वविद्यालय पर धोखाधड़ी, वीजा परमिट के दुरुपयोग और अन्य आरोप लगाए गए हैं। बताया जाता है कि वीजा और 'स्टूडेंट्स वर्क परमिट' हासिल करने के लिए छात्रों ने लाखों रुपये दिए।क्राउले ने कहा कि 9/11 आतंकी हमले के बाद से सरकार बाहर से आने वालों पर कड़ी निगाह रखती है। यदि आप छात्र वीजा पर आए हैं तो आपको यहां रहकर पढ़ने जाना होगा। जांच में पता चला कि छात्र कागजों में तो कैलिफोर्निया में रहते थे लेकिन वास्तव में वे अवैध रूप से मैरीलैंड, वर्जीनिया, पेनसिल्वानिया, और टेक्सास जैसे इलाकों में काम करते थे। जांच एजेंसी इमिग्रेशन एंड कस्टम इंर्फोस्मेंट [आइसीइ] ने पाया है कि 500 से अधिक छात्रों का निवास कैलिफोर्निया की एक ही इमारत में दिखाया गया था। अपुष्ट खबरों के अनुसार कुछ छात्रों के निष्कासन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है
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