Thursday, February 24, 2011

इन 7 बातों में हैं सफल जीवन का राज


अक्सर देखा जाता है कि मकसद पाने को बेताब और संकल्पित व्यक्ति सफलता के लिए भरसक कोशिश करता है और कामयाबी के शिखर पर बैठा व्यक्ति वहीं पर टिका रहने की तमन्ना रखता है। चूंकि जीवन उतार-चढ़ाव से भरा सफर है। जिससे कोई व्यक्ति ऊंचाईयों से जमीन पर भी आ सकता है, वहीं कोई तरक्की भी पा लेता है।सवाल यही बनता है कि क्या ऐसा संभव है कि जीवन की उथल-पुथल के बीच भी व्यक्ति कामयाबी को जारी रख सके और नाकाम व्यक्ति भी सफलता की ऊंचाईयों को छू ले? इसका जवाब धर्म शास्त्रों में बताई कुछ खास बाते हैं, जिनमें से सभी या किसी एक का भी किसी इंसान की जिंदगी में होना या जुड़ जाना उसके जीवन, भाग्य और समय को सही दिशा में मोड़ देती है।
ऐसी ही सात बातें यहां बताई जा रही है, जिसे किसी व्यक्ति को स्वयं भी पाने के पूरे प्रयास करते रहना चाहिए -
सरस्वती - धार्मिक दृष्टि से माता सरस्वती ज्ञान, कला व विद्या की देवी है। इसलिए किसी व्यक्ति की बुद्धि, कुशलता और कामयाबी के लिए सरस्वती की कृपा होना अहम माना जाता है। सरल शब्दों में व्यक्ति के चरित्र, व्यक्तित्व विकास में शिक्षा बहुत निर्णायक होती है।
संपत्ति - स्वयं द्वारा अर्जित या पारिवारिक संपत्ति का होना सुख-सुविधा देने के साथ तमाम परेशानियों को भी कम कर देता है। यही काराण् है कि जीवन की अहम जरूरतों और लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए धर्म के नजरिए से भी धन भी पुरूषार्थ में शामिल है।
संत कृपा - किसी सज्जन यानि गुणी, विद्वान का संग या आशीर्वाद मिल जाने पर व्यक्ति के जीवन में सफलता की बाधाएं दूर हो सकती हैं।
सत्य - सच्चे बोल, व्यवहार और विचार व्यक्ति को भरोसमंद बनाते हैं। यह कलह और अशांत जीवन से भी बचाता है।
अच्छे कर्म - किसी व्यक्ति की तरक्की और असफलता उसके अच्छे-बुरे कर्मों से नियत होती है। व्यक्ति के अच्छे काम न केवल मान-प्रतिष्ठा, यश दिलाते हैं बल्कि संकट से बचाकर आत्मविश्वास भी बनाए रखते हैं।
संतान - धर्म के नजरिए से पुरूषार्थ प्राप्ति के लक्ष्य में और व्यावहारिक दृष्टि से गृहस्थ जीवन की खुशहाली के लिए संतान प्राप्ति अहम है।

सत्ता - सत्ता या शासन का मतलब है शक्ति या अधिकार मिल जाना। चाहे वह परिवार, घर हो या समाज हाथ में शक्ति मिल जाने पर व्यक्ति के लिए पद और सम्मान भी साथ चले आते हैं।

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