Wednesday, May 9, 2012

आपकी कितनी संतान होंगी बताती है ये छोटी-छोटी रेखाएं

सामान्यत: सभी जानना चाहते हैं कि आने वाले कल में क्या होने वाला है और इस जिज्ञासा की शांति के लिए ज्योतिष सर्वश्रेष्ठ उपाय है। ज्योतिष के माध्यम से भविष्य में होने वाली संभावित घटनाओं की जानकारी प्राप्त हो जाती है। जीवन में व्यक्ति को कब क्या मिलेगा, ज्योतिष बता देता है। भविष्य जानने के लिए ज्योतिष में कई विधाएं बताई गई हैं, इनमें से एक है हस्तरेखा ज्योतिष।

हस्तरेखा ज्योतिष में हाथों की रेखाओं से भविष्य देखा जाता है। ये रेखाएं भूत-भविष्य और वर्तमान का सटिक चित्रण कर सकती हैं। वैसे तो हाथों में कई रेखाएं होती हैं और इस सभी का अलग-अलग महत्व होता है। किसी भी व्यक्ति को विवाह के बाद संतान के विषय में जानने की इच्छा होती है। इस इच्छा की पूर्ति के लिए हम अपने हाथों में संतान रेखा को ध्यान से देखें तो काफी कुछ जानकारी प्राप्त हो सकती है। जानिए हाथों में संतान रेखाएं कहां होती हैं- 

कहां होती हैं संतान रेखा

हथेली में सबसे छोटी अंगुली के नीचे बुध पर्वत होता है। बुध पर्वत पर ही हथेली के अंत में विवाह रेखा रहती हैं। विवाह रेखा (विवाह रेखा से संबंधित जानकारी पूर्व में प्रकाशित की जा चुकी है।) के पास ही खड़ी रेखाएं होती हैं जिन्हें संतान रेखा कहा जाता है। विवाह रेखा आड़ी होती हैं जबकि संतान रेखा खड़ी होती हैं। यहां जितनी रेखाएं होती हैं व्यक्ति को उतनी ही संतान प्राप्ति के योग होते हैं। यदि ये रेखाएं गहरी हों तो पुत्र प्राप्ति के योग बनते हैं और रेखाएं सामान्य या हल्की हों तो पुत्री के योग बनते हैं। यदि ये य रेखाएं टूटी हुई या कटी हुई तो इसका मतलब यही है संतान पर कुछ बुरा प्रभाव पड़ सकता है। 

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