डॉल्फिन मछलियां इंसानों की तरह एक-दूसरे को नाम से भी बुलाती हैं। स्कॉटलैंड की एक यूनिवर्सिटी के ताजा शोध में इस बात का पता चला है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ये मछलियां एक दूसरे की पहचान जानने के लिए अलग-अलग तरह की सीटी बजाती हैं। जब इन्हें लगता है कि उनका नाम पुकारा जा रहा है तो वे इस पर प्रतिक्रिया देती हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि समुद में इनके रहने की कोई निश्चित जगह या सीमा नहीं होती, इस वजह से एक दूसरे के संपर्क में रहने के लिए एक व्यवस्था की जरूरत होती है।
लंबे समय से ये माना जाता रहा है कि डॉल्फिन एक-दूसरे को पुकारने के लिए एक विशेष प्रकार की सीटी बजाती हैं, ठीक वैसे ही जैसे हम एक-दूसरे को नाम से पुकारते हैं। इसके लिए वैज्ञानिकों ने डॉल्फिनों की ध्वनि को रिकॉर्ड किया। इसके बाद उन्होंने पानी के नीचे स्पीकर लगाकर इस रिकॉर्ड को बजाया। देखा गया कि मछलियों ने केवल उन्हीं आवाजों पर प्रतिक्रिया दी, जिनमें उन्हें पुकारा गया था। उन्होंने भी प्रतिक्रिया देते हुए सीटी बजाई। वैज्ञानिकों का कहना है कि पहली बार किसी जीव में ऐसी क्षमता का पता चला है। हालांकि दूसरे शोधों से पता चला है कि संभवत: तोते की कुछ प्रजातियां अपने समूह में ऐसा करती हैं।
लंबे समय से ये माना जाता रहा है कि डॉल्फिन एक-दूसरे को पुकारने के लिए एक विशेष प्रकार की सीटी बजाती हैं, ठीक वैसे ही जैसे हम एक-दूसरे को नाम से पुकारते हैं। इसके लिए वैज्ञानिकों ने डॉल्फिनों की ध्वनि को रिकॉर्ड किया। इसके बाद उन्होंने पानी के नीचे स्पीकर लगाकर इस रिकॉर्ड को बजाया। देखा गया कि मछलियों ने केवल उन्हीं आवाजों पर प्रतिक्रिया दी, जिनमें उन्हें पुकारा गया था। उन्होंने भी प्रतिक्रिया देते हुए सीटी बजाई। वैज्ञानिकों का कहना है कि पहली बार किसी जीव में ऐसी क्षमता का पता चला है। हालांकि दूसरे शोधों से पता चला है कि संभवत: तोते की कुछ प्रजातियां अपने समूह में ऐसा करती हैं।
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