कई बार सोशल मीडिया इंसान को बनाता है,तो बिगाड़ता भी है। हालांकि,ये साल कई ऐसे लोगों के नाम रहा,जिनको किसी न किसी जरिए सोशल मीडिया ने बनाया। वहीं,सोशल मीडिया ने कुछ ऐसे जरूरतमंदों की ओर भी लोगों का ध्यान खींचा,जिनकी मदद के लिए दुनियाभर से लोग आगे आए। यहां हम 2016 के ऐसे ही 9 वायरल फोटोज के बारे में बता रहे हैं,जिसने लोगों को इन आम लोगों को दुनियाभर में मशहूर कर दिया/
सब्जीवाली, नेपाल
नेपाल में पिछले महीने सब्जी बेचने वाली एक लड़की चर्चा में रही। हैशटैग #Tarkariwali के साथ लोग इसकी फोटोज शेयर कर रहे थे। साथ ही, इसकी खूबसूरती और मेहनत के कायल हुए जा रहे थे। फोटोग्राफर रूपचंद्र महाराजन ने नेपाल के लोकल मार्केट में सब्जी बेचती इस लड़की की फोटोज क्लिक की थी और सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी। इनमें से एक फोटो सब्जी मार्केट की थी, जबकि दूसरी में वो गोरखा और चितवन के बीच बने फिशलिंग सस्पेंशन ब्रिज पर नजर आ रही थी।
मिर्च बेचती लड़की,चीन
चीन में मिर्च बेचते हुए एक लड़की की फोटोज वायरल हुई थीं। लोग उसकी खूबसूरती की तारीफ करते हुए कमेंट कर रहे थे कि गांव की यह लड़की कई मॉडल्स को टक्कर दे सकती है। हालांकि, ये पता नहीं चला था कि लड़की किस गांव की है।
एक्स मॉडल और चिकन सेलर, ताइवान
ताइवान की स्ट्रीट फूड शॉप पर चिकन बेचती एक मॉडल की फोटोज वायरल हुई थीं। ये एक्स मॉडल हॉट पैंट्स, बिकिनी और सेक्सी ड्रेसेज में मीट और फूड आइटम बेचती है। कहा जा रहा था उन्हें देखने के लिए शॉप पर मर्दों और लड़कों की लाइन लगती है। सोशल मीडिया पर बीते महीने उनकी फोटोज वायरल हुई थीं। यूजर्स ने उनकी खूबसूरत स्किन और टोन्ड बॉडी को लेकर कमेंट्स किए थे।
अरशद खान, चायवाला,पाकिस्तान
दो महीने पहले पाकिस्तान का एक चायवाला अरशद सोशल मीडिया पर छाया हुआ था। पाकिस्तानी फोटोग्राफर जियाह अली ने इसकी फोटो कैमरे में कैद की थी। उन्होंने जब चायवाले की फोटोज इंस्टाग्राम पर डालीं तो वो वायरल हो गईं और अरशद को हॉट चायवाला के नाम से पहचाना जाने लगा। इसके बाद से अरशद पाकिस्तान का सेलिब्रिटी बन गया। उसके पास मॉडलिंग से लेकर फिल्मों तक के ढेरों ऑफर्स हैं।
हॉन्ग यूं जूंग, एथलीट,NORTH कोरिया
इस साल हुए रियो ओलिंपिक में नॉर्थ कोरिया की एथलीट हॉन्ग यूं जूंग और साउथ कोरिया की ली यू लू की सेल्फी बहुत वायरल हुई थी। इस फोटो ने हॉन्ग यूं जूंग के लिए मुश्किल खड़ी कर दी थी। साउथ और नॉर्थ कोरिया एक दूसरे के कट्टर दुश्मन हैं और नॉर्थ कोरिया को सजा देने के मामले में काफी क्रूर माना जाता है। इस फोटो के वायरल होने के बाद माना जा रहा था कि ली यू के साथ सेल्फी लेने पर हॉन्ग को स्वदेश लौटते ही मौत की सजा सुनाई जा सकती है। हालांकि, बाद में ऐसी किसी बात की पुष्टि नहीं हुई।
उमरान दाकनिश, सीरिया
5 साल के उमरान दाकनिश की ये फोटो सीरिया में जारी खूनी संघर्ष और ट्रैजिडी के सिम्बल के तौर पर सामने आई। अलेप्पो में सीरिया सरकार के हवाई हमले के बाद इसे जख्मी हालत में मलबे से निकाला गया था। रेस्क्यू में लगे व्हाइट हेलमेट टीम के वॉलंटियर ने इलाज के लिए उसे एम्बुलेंस में बैठाया। पर वो हमले को लेकर इतने सदमे में था कि इस दौरान रोया तक नहीं। हालांकि, बाद में सीरिया के प्रेसिडेंट बशर अल असद ने अलेप्पो में लोगों का हाल दिखाती उमरान की फोटो फेक होने का दावा किया, लेकिन इस दावे को सिरे से नकार दिया गया।
दाना मांझी, उड़ीसा
ओडिशा के दाना मांझी की फोटो ने इस साल पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा। सरकारी हॉस्पिटल से एम्बुलेंस और मॉर्चरी वैन नहीं मिलने पर मांझी को पत्नी की डेड बॉडी मजबूरन कंधे पर लेकर जाना पड़ा था। आदिवासी कम्युनिटी के मांझी ने किसी तरह 6 घंटे में 10 किलोमीटर का रास्ता तय किया। इस दौरान उसकी 12 साल की बेटी भी रोती-बिलखती साथ चल रही थी। इस घटना का वीडियो वायरल हो गया था। इसके बाद देश के साथ ही मांझी को विदेश से भी मदद मिली थी। बहरीन के पीएम प्रिंस खलीफा बिन सलमान अल खलीफा ने इंडियन एम्बेसी के जरिए मांझी और उसकी फैमिली की मदद के लिए कुछ रकम भी भेजी थी।
करीम रियाद, सफाई कर्मचारी,सऊदी अरब
सऊदी अरब में इंस्टाग्राम पर एक बांग्लादेशी सफाई कर्मचारी की फोटो भले ही गलत वजह से पोस्ट हुई, लेकिन उसका अंजाम बहुत खूबसरत निकला। ज्वैलरी शॉप के बाहर खड़े वर्कर करीम रियाद की फोटो किसी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की और उसका मजाक उड़ाया। फोटो वायरल हो गई, जिसके बाद अब्दुल्लाह अल-कहतानी नाम का एक शख्स इस वर्कर के सपोर्ट में उतरा। अल-कहतानी ने सोशल मीडिया के जरिए करीम की तलाश शुरू की। तलाश के इस कैंपेन में ढेरों लोग शामिल हो गए। इसके बाद करीम के मिलने पर लोगों ने उस पर तोहफों की बारिश कर दी। उसे सोने की ज्वैलरी से लेकर आईफोन और कैश तक गिफ्ट में मिले।
इशिया एल इवान, नर्स,अमेरिका
अमेरिका के बैटन रॉग में अश्वेत एल्टन स्टर्लिंग की हत्या के विरोध में सैकड़ों लोगों ने मार्च निकाला। 35 साल की इशिया एल इवान उनमें से एक थीं। पेशे से नर्स इवान प्रॉटेस्ट रोकने के लिए खड़े आर्म्ड पुलिस अफसरों के सामने जाकर खड़ी हो गई थीं। रॉयटर्स के फ्रीलांस फोटोग्राफर ने उसी दौरान उनकी ये फोटो क्लिक की, जो वायरल हो गई। इस फोटो की तुलना 1989 के तियानमैन स्क्वेयर प्रॉटेस्ट की उस फोटो से की जा रही थी, जिसमें इसी तरह एक शख्स टैंक के सामने खड़ा हो गया था।
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