दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका की हालत भी ठीक नहीं है। हर
पांच में चार अमेरिकी युवा बेरोजगार है और आर्थिक तंगी के कगार पर है।
अमेरिका में इस वक्त गरीबों की रिकॉर्ड तादाद है। अमेरिका में इस वक्त
चार करोड़ 62 लाख यानी आबादी का 15 फीसदी हिस्सा गरीब है। यह मंदी के चलते
बढ़ी बेरोजगारी का नतीजा है।
एक अध्ययन के मुताबिक अमेरिका का मौजूदा आर्थिक संकट से देश की
इकोनॉमिक आउटपुट बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंच रहा है। यह नुकसान आने वाले
सालों में भी इसी तरह अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचाता रहेगा। जानकारों का
अनुमान है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था को 14 ट्रिलियन का नुकसान हुआ है जो
यहां की एक साल की जीडीपी के बराबर है।
बीते कई सालों से अमेरिका का इंफ्रास्टक्चर खराब हालत में है और
जल्द इसमें सुधार के संकेत भी नहीं दिखाई देते। अमेरिकन सोसायटी ऑफ सिविल
इंजीनियर्स ने इंफ्रास्टक्चर पर सालाना रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के
मुताबिक अमेरिका में सड़कों, पुलों और अन्य सार्वजनिक सुविधाओं की स्थिति
ठीक नहीं है। यहां कुछ ऐसे तथ्य पेश किए जा रहे हैं जो अमेरिकी
अर्थव्यवस्था की पतली हालत का संकेत है-
अमेरिका में हर 9 में एक पुल जर्जर हालत में है। ऐसे पुल की मरम्मत या उसके स्थान पर नया पुल बनाने की जरूरत है।
अमेरिका के 84 हजार बांधों में से 14 हजार 'बेहद खतरनाक' हालत में हैं जबकि चार हजार बांध जर्जर हो चुके हैं। इन बांधों की मरम्मत के लिए 21 अरब डॉलर का खर्च आएगा।
अमेरिका की एक तिहाई आबाद कार से सफर नहीं करती है वहीं 45 फीसदी लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा नहीं मिल पा रही है।
अमेरिका के शहरी इलाकों में बने 42 फीसदी हाइवे अक्सर जाम रहते हैं जबकि यहां की 32 फीसदी बड़ी सड़कें खराब या दयनीय हालत में हैं।
अमेरिका में हर साल पानी के करीब ढाई लाख पाइप फटने की घटनाएं सामने आती हैं। यहां की अधिकतर पाइपें 100 साल से भी अधिक पुरानी हैं।
अमेरिका के हवाई अड्डों पर भीड़-भाड़ और विमानों की उउ़ान में देरी की समस्या भी गंभीर है। इससे सरकारी खजाने को करोड़ों डालर का नुकसान होता है। फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन का अनुमान है कि इस वजह से होने वाला नुक
अमेरिका के 84 हजार बांधों में से 14 हजार 'बेहद खतरनाक' हालत में हैं जबकि चार हजार बांध जर्जर हो चुके हैं। इन बांधों की मरम्मत के लिए 21 अरब डॉलर का खर्च आएगा।
अमेरिका के शहरी इलाकों में बने 42 फीसदी हाइवे अक्सर जाम रहते हैं जबकि यहां की 32 फीसदी बड़ी सड़कें खराब या दयनीय हालत में हैं।
अमेरिका के हवाई अड्डों पर भीड़-भाड़ और विमानों की उउ़ान में देरी की समस्या भी गंभीर है। इससे सरकारी खजाने को करोड़ों डालर का नुकसान होता है। फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन का अनुमान है कि इस वजह से होने वाला नुक
साल 2009 में 90 फीसदी बांधों से माल ढुलाई में बाधा आई थी। इस वजह से
माल वाहक जहाज घंटों रुके रहे जिससे सामान ढुलाई में देरी हुई और आवश्यक
वस्तुओं की कीमतें बढ़ गईं।
रेलवे ट्रैक पर भीड़-भाड़ की वजह से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को हर साल 200 अरब डॉलर यानी जीडीपी का 1.6 फीसदी नुकसान हो रहा है।
सान 2020 में 34 अरब डॉलर के करीब पहुंच जाएगा जो 2040 में 63 अरब डॉलर
हो जाएगा।
हालांकि अमेरिका में स्कूलों में छात्रों का नामांकन हर साल तेजी से
बढ़ रहा है लेकिन स्कूलों के कंस्ट्रक्शन पर होने वाला खर्च घटकर 2012
में 10 अरब डॉलर हो गया है। खर्च की यह रकम मंदी से पहले दोगुनी थी।
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